
यह संकलन हनुमानजी की अटूट सफलता, राम के बहुआयामी आदर्श, गीता के जीवन-प्रबंधन सूत्र और हनुमान चालीसा की गहन व्याख्या को एक साथ प्रस्तुत करता है। इसमें बताया गया है कि जीवन में सफलता और असफलता का कारण व्यक्ति के अपने व्यक्तित्व और दृष्टिकोण में ही छिपा होता है। हनुमानजी हमें हर कठिनाई को साधने का साहस सिखाते हैं, राम हमें आदर्श जीवन का मार्ग दिखाते हैं, गीता हमें हर परिस्थिति में संतुलित और सफल बने रहने का ज्ञान देती है, और हनुमान चालीसा हमें सरल किंतु गहन सूत्रों से जीवन जीने की कला सिखाती है। यह पुस्तक-संग्रह केवल अध्यात्म ही नहीं, बल्कि व्यावहारिक जीवन में भी सफलता, संतुलन और आत्मविकास की राह दिखाने वाला मार्गदर्शक है।