“चलो चलें अण्डमान” एक ऐसी पुस्तक है, जो एक पर्यटक कि निगाह द्वारा तीर्थ-यात्रा कि भावना से लिखी गयी है। इसमें अण्डमान के प्राकृतिक सौंदर्य और ऐतिहासिक महत्व का पूर्ण चित्रण मिलता है। इसे पढऩे के बाद वहां के बारे में जानने को कुछ विशेष रह नहीं जाता। और सबसे बड़ी बात यह कि यह पुस्तक एक प्रकार से अण्डमान-निकोबार द्वीप कि यात्रा के लिए संस्मरण होने के साथ-साथ एक टूरिस्ट गाइड का भी काम करती है। इस किताब में पाठक अपने हर उन प्रश्नों का उत्तर पा सकता है, जो पर्यटक के रूप में उसके मन में उठेंगे।